युरोप
को एक भूत आतंकित कर रहा
है—कम्युनिज़्म का भूत। इस
भूत को भगाने के लिए पोप और
ज़ार,
मेटरनिख़
(Metternich)
और
गीज़ो
(Guizot),
फ़्रांसीसी
उग्रवादी और जर्मन पुलिस के
भेदिये—बूढ़े यूरोप के सारे
सत्ताधारी
एक हो गए है।
कौन-सी
ऐसी विरोधी पार्टी है,
जिसे
उसके सत्तारूढ़ विरोधियों
ने कम्युनिस्ट कहकर कोसा न
हो?
कौन-सी
ऐसी विरोधी पार्टि है,
जिसने
कम्युनिज़्म के कलंकपूर्ण
लांछन को उलटे अपने से अधिक
आगे बढ़ी हुई विरोधी पार्टियों
और अपने प्रतिक्रियावादी
विरोधियों पर भी न लगाया हो?
इस
तथ्य से दो बातें निकलती हैं
:
१.
युरोप
के सभी सत्ताधारियों ने स्वीकार
कर भी लिया है कि कम्युनिज़्म
स्वयं एक शक्ति
है।
२.
समय
आ गाया है कि कम्युनिस्ट खुलेआम
तमाम दुनिया के सामने अपने
विचारों,
उद्देश्यों
और अपनी प्रवृत्तियों
को प्रकट करें और स्वयं पार्टी
के घोषापत्र के जंरिये कम्युनिज़्म
के भूत की इस नानी की कहानी का
खंडन कर दें।
इसी
उद्देश्य से विभीन्न जातियों
के कम्युनिस्ट लंदन में जमा
हुए हैं और उन्होंने निम्नलिखित
'घोषणापत्र'
तैयार
किया है,
जो
अंग्रेज़ी,
फ्रांसीसी,
जर्मन,
इतालवी,
फ़्लेमिश
और डेनिश भाषोओं में प्रकाशित
किया जायेगा।